मां बाप की तमन्ना बच्चो को पूरा करना चाहिए ( part 1 )

इस स्टोरी में लड़का के आत्म विश्वास को दिखाया गया है किस तरह से वो सबका मुंह बंद कर देता है अपने सक्सेस से ये देखने लायक होता है।
रिक्सा वाले का बेटा रहता है गरीब होने के वजह से उसे कोई इज्जत नहीं देता है मां सारी नहीं ले सकती है । दूसरों।के जेवर देख के तरसती है और ये सब नीरज से नहीं देखा जाता है। एक दिन मालिक ने उसके पापा को बहुत मारा और बोला......

Hello दोस्तों आज मैं आपको एक मोटीवेशन वाली स्टोरी सुनने वाली हूं । मेरा नाम शिल्पी है और में aaplog का स्वागत करती हूं ।


नीरज के पापा  रिकसा चलते हैं उनकी कंडीशन अच्छी नहीं है। नीरज का दीदी घर बहुत गरीब था पर नानी घर बहुत अमीर था । वाहा सब सरकारी नौकरी करते थे । महंगे कपड़े पहनते थे । ब्रांड के सारे कपड़े पर इसके पापा गरीब थे इसलिए ये लोग के पास तो नया कपड़ा भी नहीं होता था । 

नीरज बहुत समझदार है वो अपने पापा की मदत करना चाहता था लेकिन टाइम नहीं मिलती थी उसे, qki वो भी  काम करता था । उसकी मा को कैंसर हो गया था उनका इलाज करवाना था इसलिए जो भी पैसा मिलता था वो खर्च ही जाता था। घर की इस्थिती और खराब होने के वजह से उसे पढ़ने में भी नहीं में लगता था। वो सुभा मे सफाई का काम करता था, दोपहर में समान बेचता था, और सामन मे coffee बेचता था । 6 महीने बाद वो अपनी मा का इलाज करवाने उसे पटना के अस्पताल में ले जाता है पर पैसे फिर भी कम थे वो अपने खाने का पैसा भी डॉक्टर को जमा कर देता है और बाहर जा के बैठ के सोचने लगता है , ये गरीबी बहुत खराब है मुझे भगवान से गरीब पैदा क्यू किया है । वो सोच रहा था अब मा का इलाज कैसे होगा और जयदा दिन किया तो वो मर जाएंगी। उसके दिमाग में कुछ आता है और वो doctor को किडनी बेच के मा को बचा लेता है। 

कुछ दिन सब कुछ ठीक चल रहा था । नीरज के नानी घर में शादी है उसके मामा जी ने नियोता दिया है । वो लोग जाने की तैयारी करने के लिए तैयार हो गए । मा के पास पैसा नहीं था इसिए वो एक पतली सी पायल ले के आती है । कपड़ों भी उनके पास नहीं रहते हैं पर क्या करे पैसा नहीं है । 

नीरज की ममेरी बहन का पाती बहुत बड़ी कंपनी engineer था जिससे उसकी शादी हो रही थी ।

वो लोग जब नानी घर गए तो पूरा शादी अच्छे से रहे पर शादी के दिन रात में एक जेवर नहीं मिल रहा था । जब जेवर दान ही रहा था तब एक दो जेवर नीरज के पापा मंडप पे जाके देने लगे तभी नीरज के मामा जी उनका हाथ पकड़ कर उनको साइड मे ले जाके बोलते है आपको क्या जरूरत थी सबके सामने आने की मेरी बेज्जती कर वो दी अपने । चप चाप से एक साइड कोने में बैठे रहिए । उनके आंख मे ये बात सुन के पानी आने लगा उनको बहुत बेज्ज ती मासूम हो थी । वहीं पर नीरज भी को चुपके से उनकी बात सुन रहा था उसने  मामा जी के सामने जाके सबके सामने चलला के बोला" मामा जी  आपकी हिम्मत कैसे हुई ऐसा बोलने की । क्या हुआ अगर हम गरीब है मेरे पास पैसे नहीं हैं तो । हम छोट तो नहीं है ना किसी का खून तो नहीं किए है मेरे पापा भी इस परिवार का सदस्य हैं अगर मंडप पे चले ही गए तो क्या हुआ सबको पता की  कोई भी इंसान एक जैसा नहीं होता कोई गरीब तो कोई अमीर होता है । उसके मामा जी बोलते हैं तू मुझे ज्ञान मत दे समझा भिखारी । तेरी तो औकात भी नहीं में कि मेरी बेटी के शादी में आए वो तो मैंने रिश्ते के वजह से बुला लिया तुझे ।

आप अमीर हैं उससे हमको क्या मेरा पेट तो नहीं पालते हैं मा । मेरी मा बीमार थी किडनी बेच के मैंने उसे बचाया है अपने तो एक रुपया तक नहीं दिया तो इस हिसाब से में अमीर हूं अपने लिए । नीरज के मामा जी बोलते है सुन नीरज तेरी औकात नहीं है इतनी की तू मेरे सामने ऐसे बोले चल निकल है यह से अभी इसी wqt बहुत bejjati कर दी है तूने ।
वो उसके पापा को घर से हाथ पाकर के घसीट ले निकालने लगते हैं तभी नीरज उनका हाथ पकड़ता है और उनको धक्का दे के बोलता है । एक दिन ऐसा लाओंगा की आप मुझसे मिल नहीं पाएंगे यह बैठा सब लोग मुझसे मिलने को तरसेगा देख लेना । घर का सबसे अमीर और सक्सेस पने वाला पहला इंसान बनूंगा मैं।

ऐसा बोल कर वो घर आ जाता है  । पापा मम्मी को घर पर छोर कर वो अपने काम पर जाने लगता है तभी पापा बोलते है की बेटा आराम तो कर लो अभी आए हो थक के नीरज बोलता है अब आराम तो भी करूंगा पापा जब तक अपनी किस्मत खुद न लिखूं । 
ऐसा बोल कर वो वहा से चला जाता है । रात को वो अपने coffee ☕ shop में अपनी तंखा लेके वहा से सीधे अपने सहर के सबसे महंगे होटल में जाता है । पर इस बार वो अपने पापा को भी साथ लेकर जाता है । वहा जाने के बाद उससे उसकी क्वालिफिकेशन मांगी जाती है पर वो अभी इंटर ही किया हुआ था । वहा का स्टाफ बोलता है की ठीक है पर यह काम करने के लिए तुम्हे इंग्लिश आनी चहिए । तब उसके पिता जी बोलते है बेटा चलो यहां से  हम यहां काम भी नही kr सकते चलो कोई और जगह तभी नीरज बोलता है नहीं papa यही से मेरी किस्मत चमकेगी । तभी नीरज इंग्लिश से बात करने लगता है तो स्टाफ इंप्रेस होकर उसे काम de देता है सर्विंग का । 
अब यह से वो अपनी जिन्दगी का रास्ता चुना है ।

To be continued ❤️

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